ताल जाएगी हर विपदा उसकी !!
तुर्बतकी मेरी सीडी जो चढ़े !
दुःख उसका रहे न कुछ बाकी !!
यह छोडके तन मैं जाऊं कहीं भी !
आ जाऊंगा मेरे भक्तों के लिये !!
मांगो मन्नत देगी तुर्बत !
ईमान पूरा मुझपे रखिये !!
मैं जिन्दा हूँ मैं कायम हूँ !
श्रद्धा से करो अनुभव इसका !!
जो मेरी शरण मैं आ ही गया !
दिखाओ बुरा हुआ किसका !!
पास आये मेरे जो जिस दिल से !
मैं देता हूँ उसे वैसे ही मन से !!
मेरा यह वचन तुम याद रखो !
हर बोझ हटा दूँ जीवन से !!
है मदद यहाँ हर एक के लिये !
जो भी मांगो वोह मिल सकता !!
तन मन धन से जो मेरा हुआ !
उसको मैं भूल नहं सकता !!
साईं कहते - वह धन्य हुआ !
जिसने खुदको मुझमें मिलाया !!
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